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My Editorials - Dr Sharad Singh

Wednesday, March 8, 2017

Dr (Miss) Sharad Singh at AHI Dr Hari Singh Gour Central University, Sagar

From Left : Dr RP Singh, Pro. Nagesh Dubey, Dr Arun Pratap Singh, Dr (Miss) Sharad Singh, Dr Sneh Rani, Dr KK Tripathi, Dr Sharma, Dr Pradeep Shukla 
07.03.2017 को हरिसिंह गौर पुरातत्व संग्रहालय में आयोजित ‘‘जैन धर्म का भारतीय संस्कृति को अवदान’’ विषय पर प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग, डॉ हरिसिंह गौर केन्द्रीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित व्याख्यान के दौरान दो विद्वानों से सुखद मुलाक़ात हुई। ये थे बलिया के डॉ. अरूण प्रताप सिंह तथा सागर की डॉ. स्नेहरानी। दोनों ही जैन धर्म एवं संस्कृति के अच्छे जानकार हैं। प्रो. नागेश दुबे एवं डॉ. आर पी सिंह को धन्यवाद इस महत्वपूर्ण बौद्धिक आयोजन के लिए।

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