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My Editorials - Dr Sharad Singh

Wednesday, October 23, 2019

त्रिलोचन शास्त्री जी को मैं 'अंकल' कह कर पुकारती थी - डाॅ शरद सिंह

Dr (Miss) Sharad Singh with Renound Poet Trilochan Shastri at Sagar University

अमूल्य स्मृति... 
 
कवि त्रिलोचन शास्त्री से अपने नवगीतों पर राय लेती मैं...त्रिलोचन जी को मैं 'अंकल' कह कर पुकारती थी, उन्हें मेरा यह संबोधन प्रिय था। यह तस्वीर डॉ हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर कैम्पस में उनके निवास की है। इसे खींचा था त्रिलोचन अंकल के निज सहायक निगम जी ने। 

🖋️उल्लेखनीय है कि मेरे नवगीत संग्रह "आंसू बूंद चुए" का फ्लैप त्रिलोचन जी ने ही लिखा था।

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