Pages

My Editorials - Dr Sharad Singh

Sunday, January 26, 2025

डॉ (सुश्री) शरद सिंह का गणतंत्र दिवस कवि गोष्ठी में काव्यपाठ

आजादी  का  भान  कराता  है गणतंत्र हमारा।
दुनिया भर  में  मान  बढ़ाता  है गणतंत्र हमारा।
खुल कर बोलें, खुल कर लिक्खें, खुल कर जीवन जी लें,
सबको ये अधिकार  दिलाता  है गणतंत्र हमारा।
      👆❗️🇮🇳 यह पंक्तियां मेरी उस रचना की है जो मैंने आज गणतंत्र दिवस कवि गोष्ठी में पढ़ी।🙏🇮🇳
      हिन्दी साहित्य भारती, इकाई- सागर (म.प्र.) द्वारा गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में देश प्रेम से ओतप्रोत कवि गोष्ठी का सफल आयोजन किया गया। आयोजन की अध्यक्षता की गीत ऋषि डॉ श्याम मनोहर सीरोठिया जी ने तथा मुख्य अतिथि थे डॉ अजय तिवारी कुलाधिपति स्वामी विवेकानंद विश्वविद्यालय सागर।
             स्वामी विवेकानंद अकादमी, गोपालगंज सागर के सभागार में आयोजित इस गोष्ठी का संचालन वरिष्ठ साहित्यकार श्री आर के तिवारी जी ने किया तथा स्वागत भाषण दिया हिन्दी साहित्य भारती सागर के अध्यक्ष श्री अंबिका यादव जी ने। श्यामलम अध्यक्ष श्री उमाकांत मिश्र जी की उल्लेखनीय उपस्थिति रही। श्री कपिल बैसाखिया, डॉ चंचला दवे, कुमार सागर, कपिल चौबे, पी आर मलैया, पूरन सिंह राजपूत, रचना 'रची', सुश्री द्विवेदी आदि नगर के प्रमुख कवि, कवित्रियों ने अपनी रचनाएं पढ़ीं।
#डॉसुश्रीशरदसिंह #DrMissSharadSingh #happyrepublicday2025 #गणतंत्र_दिवस #HappyRepublicDay #republicdayspecial #गणतंत्रदिवस2025 #कविगोष्ठी #काव्यपाठ

No comments:

Post a Comment