वाकई हर दिन होली सा ही रहना चाहिए हालांकि साथ देने वाले नहीं मिलते मगर कई बार अपनी पहल ही आसपास होली सा माहौल बनाने में समर्थ होती है बस मन उन्मुक्त रहे ! खुले और उन्मुक्त लोग ही जीवन का आनंद ले पाते हैं ! हार्दिक शुभकामनायें !
सभी दोहे अलग-अलग रंग लिए बौराए फाल्गुन की खुशबू से सरोबार हैं..होली उपरांत प्रणाम स्वीकार कीजियेगा सम्मानिया शरद जी ! आपका ब्लॉग पर आने का पहली बार सुअवसर प्राप्त हुआ. आपके प्रोफाइल और आपकी हर पोस्ट्स ने बहुत ही प्रभावित किया.. खासकर नारी महत्ता को परिपूर्ण करती आपकी सोचना ही होगा' अभिव्यक्ति बेहद सशक्त और प्रभावशाली लगी...मैं नमन करता हूँ !
बड़े ही खूबसूरत दोहे जिन्हें दोहराने का दिल करता है.....
शरद जिन्दगी क लिये, इतना है पर्याप्त हर दिन होली सा रहे, रहे प्रेम ही व्याप्त
सादर,
मुकेश कुमार तिवारी
नोट : आपके ब्लॉग पर पहली भी टिप्पणी देना मेरे लिये न जाने क्यों टेढी खीर की तरह ही रहा है। कोई जावा की त्रुटि की वज़ह से अक्सर विंडो ओपन ही नही होती है। धन्यवाद!
डा.राजेंद्र तेला"निरंतर" जी, अत्यन्त आभारी हूं आपकी......विचारों से अवगत कराने के लिए... मेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए आपका शुक्रिया... आपका स्वागत है....
डॉ (सुश्री) शरद सिंह जी नमस्कार बहुत सुन्दर प्रस्तुतियां छवियों के साथ , आप के होली के मनोहर दोहे, नारियों के ऊपर लिखे गए लेख उनकी छवियों के साथ , सुन्दर विषय मनोहारी हैं शुभकामनायें हिंदी ब्लोगिंग जगत में उछ शिखर को छुएं -हम भी आप सब के साथ आप का मार्ग दर्शन पाने निकल पड़े हैं ..
happy holi
ReplyDeleteआदरणीया डॉक्टर साहिबा
ReplyDeleteसादर सस्नेहाभिवादन !
नदी थिरकती घाट पर , थिरके जल की धार !
बैठ फाग की नाव में , आ जाओ इस पार ॥
आहाऽऽ हऽऽ ! क्या दोहा लिखा है !
… और हर दोहा लाजवाब !
हर दोहा मुझे श्रेष्ठ सृजन की प्रेरणा देता हुआ महसूस हो रहा है
… मन से आभार स्वीकारें ।
हार्दिक बधाई !
समय मिले तब हमारे भी यहां होली में रंगने अवश्य आइएगा …
प्रतीक्षा रहेगी ।
होली ऐसी खेलिए , प्रेम का हो विस्तार !
मरुथल मन में बह उठे शीतल जल की धार !!
♥होली की शुभकामनाएं ! मंगलकामनाएं !♥
- राजेन्द्र स्वर्णकार
लीजिए हम भी आ गए इस पार आपकी फाग की नाव पर बैठ कर.होली की हार्दिक शुभ कामनाएं आपको और सभी ब्लोगर जन को .
ReplyDeleteaadarniy sharad ji
ReplyDeletedoha to bahut hi shhandaar hai
होली की बहुत बहुत शुभकामनाएं
सुंदर मनभावन दोहे..... होली की हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर होलीमय प्रस्तुति शरद जी.
ReplyDeleteहोली की हार्दिक शुभकामनायें .
नदी थिरकती घाट पर , थिरके जल की धार !
ReplyDeleteबैठ फाग की नाव में , आ जाओ इस पार ॥
सारे दोहे बहुत सुन्दर ...होली की शुभकामनायें
नीरज बसलियाल जी,
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद!
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
राजेन्द्र स्वर्णकार जी,
ReplyDeleteआपका आना सुखद लगा ... हार्दिक धन्यवाद !
होली का पर्व आपके लिए मंगलमय हो...
राकेश कुमार जी,
ReplyDeleteहोली पर आपका स्वागत है!
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
संजय कुमार चौरसिया जी,
ReplyDeleteमेरे दोहों को पसन्द करने के लिए आभार...
होली का पर्व आपके लिए मंगलमय हो!
डॉ॰ मोनिका शर्मा जी,
ReplyDeleteआपने मेरे दोहों को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद !
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
क्रिएटिव मंच के सभी साथियों,
ReplyDeleteआत्मीयता के लिए हार्दिक आभार...
होली का पर्व आप सभी के लिए मंगलमय हो!
संगीता स्वरुप जी,
ReplyDeleteआपने मेरे दोहों को पसन्द किया...सुखद लगा ....
इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराती रहें।
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
बहुत ख़ूबसूरत रचना लिखा है आपने
ReplyDeleteआपको एवं आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनायें!
'har din holi rahe'' sundar soch. pyare dohe. yahi se bhej rahaa hoo gulal...
ReplyDeleteक्रिएटिव मंच-Creative Manch,
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए हार्दिक आभार...
आपका सदा स्वागत है।
मदन शर्मा जी,
ReplyDeleteआपने मेरे दोहों को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद !
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
गिरीश पंकज जी,
ReplyDeleteआपका आना सुखद लगा ...हार्दिक धन्यवाद!
इसी तरह अपने अमूल्य विचारों से अवगत कराते रहें।
रंगपर्व होली आपको असीम खुशियां प्रदान करे..... शुभकामनायें !
दमदार दोहे शरद जी
ReplyDeleteगिरीश मुकुल जी,
ReplyDeleteजानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरे दोहे पसन्द आए....
रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें एवं आभार!
ज़ाकिर अली ‘रजनीश’ जी,
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद।
रंगपर्व होली आपको असीम खुशियां प्रदान करे..... शुभकामनायें !
बहुत ही सुंदर दोहे ... होली की हार्दिक शुभकामनायें
ReplyDeleteअच्छी रचना ...
ReplyDeleteहोली पर्व की शुभकामनायें.....
सुंदर मनभावन दोहे|
ReplyDeleteहोली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ|
bahut sunder dohe
ReplyDeleteholi mubarik ho
उपेन्द्र ' उपेन ' जी,
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद...
आपको भी रंगपर्व होली पर असीम शुभकामनायें !
निवेदिता जी,
ReplyDeleteआपने मेरे दोहों को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद !
रंगपर्व होली आपको असीम खुशियां प्रदान करे..... शुभकामनायें !
Patali-The-Village...,
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद !
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
होली का पर्व आपके लिए मंगलमय हो...
दिलबाग विर्क जी,
ReplyDeleteआपने मेरे दोहों को पसन्द किया...
हार्दिक धन्यवाद !
रंगपर्व होली आपको असीम खुशियां प्रदान करे..... शुभकामनायें !
bahut sundar.
ReplyDeletehappy holi!
मनोज कुमार जी,
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद !
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
होली का पर्व आपके लिए मंगलमय हो...
बहुत सुन्दर दोहे हैं होली के.
ReplyDeleteहोली की शुभकामनाये आपको.
शिखा वार्ष्णेय जी,
ReplyDeleteआपने मेरे दोहों को पसन्द किया...
हार्दिक धन्यवाद !
रंगपर्व होली आपको असीम खुशियां प्रदान करे..... शुभकामनायें !
वाकई हर दिन होली सा ही रहना चाहिए हालांकि साथ देने वाले नहीं मिलते मगर कई बार अपनी पहल ही आसपास होली सा माहौल बनाने में समर्थ होती है बस मन उन्मुक्त रहे ! खुले और उन्मुक्त लोग ही जीवन का आनंद ले पाते हैं !
ReplyDeleteहार्दिक शुभकामनायें !
सतीश सक्सेना जी,
ReplyDeleteआपने मेरे दोहों को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद !
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
सभी दोहे अलग-अलग रंग लिए बौराए फाल्गुन की खुशबू से सरोबार हैं..होली उपरांत प्रणाम स्वीकार कीजियेगा सम्मानिया शरद जी ! आपका ब्लॉग पर आने का पहली बार सुअवसर प्राप्त हुआ. आपके प्रोफाइल और आपकी हर पोस्ट्स ने बहुत ही प्रभावित किया.. खासकर नारी महत्ता को परिपूर्ण करती आपकी सोचना ही होगा' अभिव्यक्ति बेहद सशक्त और प्रभावशाली लगी...मैं नमन करता हूँ !
ReplyDeleteनरेन्द्र व्यास जी,
ReplyDeleteरंगपर्व आपको असीम खुशियां प्रदान करे...
आपने मेरे दोहों को पसन्द किया... हार्दिक आभार !
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
सुंदर मनभावन दोहे....
ReplyDeleteदेर से आने के लिए क्षमाप्रार्थी हूं।
ReplyDeleteहर दोहा बहुत ही अच्छा लगा।
आप इतना सजा कर अपना ब्लॉग रखती हैं कि बस देखते ही बनता है।
शिवकुमार ( शिवा) जी,
ReplyDeleteआपने मेरे दोहों को पसन्द किया... हार्दिक धन्यवाद !
मनोज कुमार जी,
ReplyDeleteदेर से सही, आपका आना सुखद लगा ... हार्दिक धन्यवाद !
अत्यन्त आभारी हूं आपकी......विचारों से अवगत कराने के लिए...
डॉ. साहिबा,
ReplyDeleteबड़े ही खूबसूरत दोहे जिन्हें दोहराने का दिल करता है.....
शरद जिन्दगी क लिये, इतना है पर्याप्त
हर दिन होली सा रहे, रहे प्रेम ही व्याप्त
सादर,
मुकेश कुमार तिवारी
नोट : आपके ब्लॉग पर पहली भी टिप्पणी देना मेरे लिये न जाने क्यों टेढी खीर की तरह ही रहा है। कोई जावा की त्रुटि की वज़ह से अक्सर विंडो ओपन ही नही होती है।
धन्यवाद!
मुकेश कुमार तिवारी जी,
ReplyDeleteआपने मेरे दोहों को पसन्द किया...
हार्दिक धन्यवाद !
रंगपंचमी आपको असीम खुशियां प्रदान करे..... शुभकामनायें !
राजेश चड्ढ़ा जी,
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए हार्दिक आभार...
आपका सदा स्वागत है।
सुन्दर भाव-पूर्ण दोहे
ReplyDeleteद्वारका बहेती द्वारकेश जी,
ReplyDeleteआपने मेरे दोहों को पसन्द किया...
हार्दिक धन्यवाद !
इसी तरह सम्वाद बनाए रखें।
नदी थिरकती घाट पर , थिरके जल की धार !
ReplyDeleteबैठ फाग की नाव में , आ जाओ इस पार ॥
Lajwab dohe...bahut khoob...
वाह.
ReplyDeleteविजय रंजन जी,
ReplyDeleteआपने मेरे दोहों को पसन्द किया...
हार्दिक धन्यवाद !
काजल कुमार जी,
ReplyDeleteअत्यन्त आभारी हूं आपकी......विचारों से अवगत कराने के लिए...
waaahhhhhhh
ReplyDeleteholi ki shubhkaamnayen..........
CS Devendra K Sharma ji, (Man without Brain)
ReplyDeleteI am very glad to see your comment on my 'Doha'-poem. Hearty thanks.
होली के रंगों में सराबोर इन बेहतरीन दोहों के लिए बधाई स्वीकार करें...
ReplyDeleteनीरज
नदी थिरकती घाट पर, थिरके जल की धार
ReplyDeleteबैठ फाग की नाव में, आ जाओ इस पार
वाह ! बहुत सुन्दर. मेरी बधाई स्वीकारें
नीरज गोस्वामी जी,
ReplyDeleteजानकर प्रसन्नता हुई कि आपको मेरे दोहे पसन्द आए.... हार्दिक धन्यवाद !
मेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए आपका शुक्रिया...आपका स्वागत है....
अबनीश सिंह चौहान जी,
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद...
मेरे दोहों को पसन्द करने और बहुमूल्य टिप्पणी देने के लिए हार्दिक आभार!
very good
ReplyDeleteyou can read poems in english on Nirantar's........(English Poems
* http://nirantarajmer.blogspot.com
चैन सिंह शेखावत जी,
ReplyDeleteमेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए आपका शुक्रिया...
आपका स्वागत है....
डा.राजेंद्र तेला"निरंतर" जी,
ReplyDeleteअत्यन्त आभारी हूं आपकी......विचारों से अवगत कराने के लिए...
मेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए आपका शुक्रिया...
आपका स्वागत है....
डॉ (सुश्री) शरद सिंह जी नमस्कार बहुत सुन्दर प्रस्तुतियां छवियों के साथ , आप के होली के मनोहर दोहे, नारियों के ऊपर लिखे गए लेख उनकी छवियों के साथ , सुन्दर विषय मनोहारी हैं शुभकामनायें हिंदी ब्लोगिंग जगत में उछ शिखर को छुएं -हम भी आप सब के साथ आप का मार्ग दर्शन पाने निकल पड़े हैं ..
ReplyDeleteसुरेन्द्र कुमार शुक्ल भ्रमर५
सुरेन्द्र शुक्ल भ्रमर जी,
ReplyDeleteमेरे दोहों को आत्मीयता प्रदान करने के लिये आभार....
आपके आत्मीय विचारों ने मेरा उत्साह बढ़ाया है....
मेरे ब्लॉग का अनुसरण करने के लिए आपका आभार...
आपका स्वागत है....
कितना होली खेलेंगी आप!!
ReplyDeleteइस चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से हमारा नव संवत्सर शुरू होता है इस नव संवत्सर पर आप सभी को हार्दिक शुभ कामनाएं....