Showing posts with label पद्मश्री रामसहाय पांडे. Show all posts
Showing posts with label पद्मश्री रामसहाय पांडे. Show all posts

Saturday, August 23, 2025

संस्मरण | पद्मश्री रामसहाय पांडे - डॉ शरद सिंह | "चौमासा" पत्रिका में प्रकाशित

आदिवासी लोक कला एवं बोली विकास अकादमी, मध्य प्रदेश संस्कृति परिषद, भोपाल की पत्रिका  "चौमासा" के मार्च - जून 2025 अंक में सागर गौरव मृदंग वादक व राई नर्तक पद्मश्री स्व. पं. रामसहाय पाण्डेय जी के जीवन पर आधारित है मेरा लेख ....👇
🚩 हार्दिक आभारी हूं "चौमासा" के संपादक मण्डल की। 🌹🙏🌹 
         लेखिका डॉ (सुश्री) शरद सिंह

#डॉसुश्रीशरदसिंह #DrMissSharadSingh #पद्मश्रीरामसहायपांडे #चौमासा 
#आदिवासीलोककला #बोलीविकासअकादमी #मध्यप्रदेशसंस्कृतिपरिषद
#डॉसुश्रीशरदसिंह #DrMissSharadSingh #पद्मश्रीरामसहायपांडे #चौमासा 
#आदिवासीलोककला #बोलीविकासअकादमी #मध्यप्रदेशसंस्कृतिपरिषद

Sunday, January 30, 2022

पद्मश्री रामसहाय पांडे जी के नागरिक अभिनंदन समारोह में डॉ (सुश्री) शरद सिंह

30 जनवरी 2022 ... आज का दिन अत्यंत सार्थक रहा। सागर के गौरव आदरणीय रामसहाय पांडे जी जिन्हें पद्मश्री से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई है, उनका आज सागर नगर की जनता की ओर से नगर विधायक भाई श्री शैलेंद्र जैन जी, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह जी, सांसद श्री राजबहादुर सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री गौरव सीरोठिया जी ने नागरिक अभिनंदन  किया जिसमें मैं भी सहभागी रही।      
      अभिनंदन-पत्र का लेखन तथा वाचन का अवसर अभिनंदन समारोह समिति सागर ने मुझे सौंपा जो मेरे लिए अत्यंत प्रसन्नता का विषय रहा... क्योंकि दादा रामसहाय पांडे जी से मेरा प्रथम परिचय उस समय हुआ था जब मैं अपना पहला उपन्यास "पिछले पन्ने की औरतें" लिखने के लिए बेड़िया समाज और राई नृत्य के बारे में जानकारी जुटा रही थी। तब मुझे स्व. विष्णु पाठक जी ने दादा रामसहाय पांडे जी से मिलने की सलाह दी। उनसे मिली जानकारी से मुझे राई नृत्य की बारीकियों को समझने में बहुत मदद मिली थी। आज उनके नागरिक अभिनंदन में शामिल होने और साक्षी बनने पर मुझे गौरव का अनुभव हुआ।
      मैं अत्यंत आभारी हूं भाई शैलेंद्र जैन जी की जो नागरिक अभिनंदन समारोह समिति सागर के संयोजक है तथा बड़े भाई उमाकांत मिश्र जी की जिन्होंने मुझे अभिनंदन-पत्र के लेखन तथा वाचन महत्वपूर्ण है अवसर प्रदान किया। इस नागरिक अभिनंदन समारोह की संपूर्ण परिकल्पना भाई शैलेंद्र जैन जी की थी जो इस बात का द्योतक है कि वे नगर के विकास तथा नागरिकों के सम्मान के बारे में कितनी आत्मीयता से जुड़े रहते हैं।
       आज के समारोह की सबसे बड़ी विशेषता समारोह के अंतिम चरण में सामने आई जब दादा रामसहाय पांडे जी ने इस वयोवृद्ध अवस्था में भी संपूर्ण ऊर्जा के साथ राई नर्तकियों के साथ मृदंग बजाते हुए अपने नृत्य का प्रदर्शन किया। सभी उपस्थितजन आवाक् देखते रह गए और नृत्य समाप्त होने पर सभागार देर तक तालियों से गूंजता रहा।
#ShailendraJainMLA
#BhupendraSinghMinister
#RajbahadurSinghMP
#GauravSirothiya
#UmakantMishra
#RamsahayPandey
#santoshpandey