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Friday, January 10, 2025

यदि पद्माकर के काव्य की विषयवस्तु की समग्रता को जानना हो तो उनके ग्रंथ ‘‘जगद्विनोद’’ को अवश्य पढ़ा जाना चाहिए। - डॉ (सुश्री) शरद सिंह, मुख्य वक्ता, पद्माकर स्मृति समारोह, साहित्य अकादमी मध्य प्रदेश

"यदि पद्माकर के काव्य की विषयवस्तु की समग्रता को जानना हो तो उनके ग्रंथ ‘‘जगद्विनोद’’ को अवश्य पढ़ा जाना चाहिए। इसे पढ़ने के बाद कवि पद्माकर के कवित्व के समस्त पक्ष सामने आते हैं।" -  बतौर मुख्य वक्ता मैंने ( #डॉसुश्रीशरदसिंह) पद्माकर के ग्रंथ ‘‘जगद्विनोद’’ पर अपना व्याख्यान दिया।
     अवसर था मध्य प्रदेश शासन संस्कृति विभाग के अंतर्गत साहित्य अकादमी की ओर से सागर में महाकवि पद्माकर स्मृति समारोह का आयोजन। मुख्य अतिथि थे सागर के विधायक भाई शैलेंद्र जैन जी तथा अध्यक्षता करते गीतऋषि डॉ श्याम मनोहर सीरोठिया जी ने।  श्यामलम अध्यक्ष उमाकांत मिश्रा जी ने पूर्वकथन  प्रस्तुत किया तथा स्वागत भाषण पाठक मंच के अध्यक्ष श्री आरके तिवारी जी ने दिया। होटल वरदान की सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम का कुशल संचालन डॉ अंजना चतुर्वेदी तिवारी जी ने किया।
      इस अवसर पर पद्माकर अलंकरण समिति सागर द्वारा चतुर्थ पद्माकर अलंकरण से वरिष्ठ साहित्यकार टीकाराम त्रिपाठी जी को अलंकृत किया गया।
     आयोजन के द्वितीय चरण में कवि गोष्ठी संपन्न हुई।
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🚩हार्दिक आभार साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश शासन संस्कृति विभाग 🌹🙏🌹
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Monday, June 26, 2023

कोरोना की आपदा के बाद हम इतिहास में दर्ज़ आपदाओं की भयावहता समझ सकते हैं। - डॉ (सुश्री) शरद सिंह, मुख्य वक्ता

कल शाम मुख्य वक्ता के रूप में एक उपन्यास के लोकार्पण समारोह में शामिल हुई। उपन्यास का नाम है "लॉकडाउन", जिसकी लेखिका हैं डॉ.लक्ष्मी पाण्डेय। 
श्रीसरस्वती पुस्तकालय के सभागार में पाठकमंच एवं श्यामलम संस्था का गरिमामय संयुक्त आयोजन था यह। 
समारोह की कुछ तस्वीरें....
(25.06.2023)
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Sunday, February 26, 2023

बुंदेली लोकजीवन में श्रीराम का नाम एक विश्वास है किस का अनुभव बुंदेली लोकगीतों में किया जा सकता है। - डॉ (सुश्री) शरद सिंह

डॉ हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग द्वारा "राम काव्य परम्परा और बुंदेलखंड" विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का दूसरा दिन... समापन सत्र में  मुख्य वक्ता के रूप में मेरा  व्याख्यान... इस सत्र के मुख्य अतिथि थे जबलपुर से पधारे हिंदी और भारतीय संस्कृति के विद्वान डॉ त्रिभुवन नाथ शुक्ल जी। हिंदी एवं संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ. आनंद प्रकाश त्रिपाठी, भाषा विज्ञान अधिष्ठाता डॉ. चंदाबेन की महत्वपूर्ण उपस्थिति में संचालन किया हिस्सा विभाग के प्राध्यापक डॉ राजेंद्र यादव ने।
      आभार प्रकट किया हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ आशुतोष मिश्र ने। तदुपरांत राष्ट्रगान के साथ दो दिवसीय सेमिनार का समापन हुआ।
      इस अवसर पर शाल, श्रीफल, पुष्प गुच्छ, स्मृति चिन्ह एवं पुस्तकों से हम अतिथियों का आत्मीय स्वागत किया गया। इस सेमिनार की अभी विशेषता रही कि इसमें बड़ी संख्या में स्थानीय एवं देश भर से आए शोध छात्रों एवं प्राध्यापकों द्वारा अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। साहित्य के सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति इस प्रकार शोध की रुचि देखकर अत्यंत सुखद अनुभूति हुई।
       
🌷आभारी हूं डॉ हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर (मप्र) के हिंदी विभाग की 🙏

📷छायाचित्र सौजन्य एवं साभार भाई  Madhav Chandra Chandel  जी
एवं श्री Mukesh Tiwari जी 🌷🙏🌷

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Monday, January 23, 2023

पुस्तक चर्चा | मुख्य वक्ता | डॉ (सुश्री) शरद सिंह

"हिंदी सिनेमा की स्त्री यात्रा - डाॅ. सुजाता मिश्र की यह पुस्तक वैचारिक आंदोलन का आग्रह करती और स्त्रीविमर्श का नया प्रतिमान गढ़ती हैं। डॉ सुजाता के पास अपनी एक मौलिक दृष्टि है। उन्होंने हिंदी सिनेमा में स्त्री की स्थिति को अपनी तार्किकता की कसौटी पर कसा है, फिर उसे लिखा है। इस पुस्तक को अवश्य पढ़ा जाना चाहिए क्योंकि यह मात्र एक पुस्तक नहीं बल्कि विचारों के बंद दरवाजे पर एक ज़ोरदार दस्तक है।" - मुख्य वक्ता के रूप में  डॉ (सुश्री) शरद सिंह ने  यानी मैंने पुस्तक पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा।    
       अवसर था सिविल लाइंस स्थित होटल वरदान  के सभागार में श्यामलम् और अ.भा. महिला काव्य मंच के संयुक्त आयोजन में  डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय में अतिथि विद्वान डॉ.सुजाता मिश्र द्वारा लिखित पुस्तक "हिंदी सिनेमा की स्त्री यात्रा" पर चर्चा का।
  कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे सागर संभाग के कमिश्नर मुकेश शुक्ला जी, अध्यक्षता की डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय में हिंदी एवं संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रो.आनंदप्रकाश‌ त्रिपाठी जी ने तथा विशिष्ट अतिथि थीं डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय में भाषा विज्ञान अध्यक्ष प्रो. चंदा बेन‌‌ जी। आयोजन का बेहतरीन संचालन किया स्वशासी महिला महाविद्यालय की प्राध्यापक एवं महिला काव्य मंच की अध्यक्ष डॉ अंजना चतुर्वेदी तिवारी जी ने।
छायाचित्र सौजन्य : श्री मुकेश तिवारी एवं श्री माधवचंद्र चंदेल ... आप दोनों का हार्दिक आभार 🌷🙏🌷

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