प्रिय
मित्रो,
‘अक्षर पर्व’ का एक बेहतरीन, पठनीय
एवं विचारणीय ‘उत्सव अंक’ लोकसाहित्य
एवं लोक संस्कृति पर केन्द्रित....
मेरा
भी एक लेख इसमें शामिल है- ‘बुंदेली व्रत-कथाओं में
स्त्रीविमर्श’...आप भी इसे पढ़ें...
एक
बेहतरीन विशेषांक के कुशल सपादन के लिए संपादक सर्वमित्रा सुरजन को हार्दिक बधाई
!!!
Akshar Parv, November 2014 |
Akshar Parv, November 2014 |
Akshar Parv, November 2014 |
Akshar Parv, November 2014 |
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