मृत्यु एक शाश्वत सत्य है किन्तु किसी विशिष्ट व्यक्ति को सचमुच खो देना सदैव पीड़ा पहुंचाता है .....
“राष्ट्रवादी व्यक्तित्व” श्रृंखला में अटल जी के जीवन पर “राष्ट्रवादी व्यक्तित्व : अटल बिहारी वाजपेयी” किताब लिखने के दौरान उनके व्यक्तित्व को मैंने विश्लेषणात्मक दृष्टि से देखा, जाना और समझा। मुझे महसूस हुआ कि वे किसी भी दलगत विचारों की संकीर्णता से परे थे। भोपाल में श्रीमती सुधा मलैया द्वारा अपनी संस्था 'ओजस्विनी' की ओर से आयोजित स्त्री सम्मान कार्यक्रम के दौरान मुझे और मेरी दीदी डॉ वर्षा सिंह जी को अटल जी से मिलने और उनसे विस्तृत चर्चा करने का सुअवसर प्राप्त हुआ था। वह दिन अविस्मरणीय है मेरे लिए।
🙏स्व. अटल जी को सादर नमन ![](https://static.xx.fbcdn.net/images/emoji.php/v9/fd9/1.5/16/1f64f.png)
“राष्ट्रवादी व्यक्तित्व” श्रृंखला में अटल जी के जीवन पर “राष्ट्रवादी व्यक्तित्व : अटल बिहारी वाजपेयी” किताब लिखने के दौरान उनके व्यक्तित्व को मैंने विश्लेषणात्मक दृष्टि से देखा, जाना और समझा। मुझे महसूस हुआ कि वे किसी भी दलगत विचारों की संकीर्णता से परे थे। भोपाल में श्रीमती सुधा मलैया द्वारा अपनी संस्था 'ओजस्विनी' की ओर से आयोजित स्त्री सम्मान कार्यक्रम के दौरान मुझे और मेरी दीदी डॉ वर्षा सिंह जी को अटल जी से मिलने और उनसे विस्तृत चर्चा करने का सुअवसर प्राप्त हुआ था। वह दिन अविस्मरणीय है मेरे लिए।
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