Dr. Sharad Singh |
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हार्दिक आभार 'युवा प्रवर्तक' 🙏
ऋषि कपूर के निधन पर त्वरित टिप्पणी-
बहुमुखी अभिनेता एवं साहसी व्यक्तित्व को विनम्र श्रद्धांजलि!
- डॉ (सुश्री) शरद सिंह, वरिष्ठ साहित्यकार
विश्वास करना कठिन है कि हमने ऋषि कपूर को खो दिया। कल ही तो इरफान खान को अंतिम विदाई दी और आज ऋषि कपूर के जाने का समाचार.....धैर्य की परीक्षा कठिन से कठिनतर होती जा रही है।
ऋषि कपूर एक वर्सेटाईल अभिनेता थे। कपूर खानदान की कसावट में पले-बढ़े होने के बावजूद उन्होंने जिन्दगी को अपने ढंग से जिया। ‘श्री 420’ में चाईल्ड आर्टिस्ट के रूप में रूपहले पर्दे पर पहली बार आने वाले ऋषि कपूर जब ‘बॉबी’ में ‘राजा’ के रोल में पहली बार हीरो बने तो वे सही मायने में यूथ आईकॉन बन गए। भला कौन भुला सकता है ‘अमर, अकबर, एंथोनी’ के ‘अकबर इलाहाबादी’ को या ‘कर्ज’ के ‘मोण्टी’ या ‘प्रेमरोग’ के ‘देवधर देव’ को। फिल्म ‘मंटो’ के ‘प्रोड्यूसर’ और ‘मुल्क’ के ‘मुराद अली मोहम्मद’ को भी भुलाया नहीं जा सकता है। ऋषि कपूर द्वारा अभिनीत पात्र इस तरह अमर हो गए हैं कि स्वयं ऋषि कपूर भी सदा बसे रहेंगे हमेशा अपने प्रशंसकों के दिलों में। उनके अभिनय की ही नहीं बल्कि उनकी बुद्धिजीविता का लोहा भी सभी मानते थे। ट्विटर पर उनकी राजनीतिक टिप्पणियां खलबली मचा दिया करती थीं। वे अपनी मन की कहने से कभी हिचकते नहीं थे। बॉलीवुड को विविधतापूर्ण अभिनय और राजनीतिक टिप्पणियां करने का साहस देने वाले अभिनेता ऋषि कपूर को विनम्र श्रद्धांजलि!
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सागर (मध्यप्रदेश)
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