शरदाक्षरा....डॉ. (सुश्री) शरद सिंह Expressions of Dr (Miss) Sharad Singh
AAJ IS KALIYUG MAIN - MATA AUR GAU MAATA KE SAATH KAI JAGAH YAHI HO RAHA HAI,HUM SABHI KAHIN NAA KAHIN DOHRI HII JINDAGI JEETE HAIN,
करनी और कथनी का अंतर आज के जीवन की सबसे बड़ी बिडंबना है !
सहमत हूं आपकी बात से ... ये दोगलापन है इन्सान का ...
गाय माता को कूड़ा-कचरा खाने के लिए छोड़ देने वाले तो दोहरी मानसिकता वाले हैं हीआदरणीया डॉ. शरद सिंह जी ! लेकिन उन्हें क्या कहा जाए जो अपनी जन्मदात्री माता को भी वृद्धावस्था में बेसहारा छोड़ देते हैं! हार्दिक शुभकामनाओं सहित...-राजेन्द्र स्वर्णकार
AAJ IS KALIYUG MAIN - MATA AUR GAU MAATA KE SAATH KAI JAGAH YAHI HO RAHA HAI,
ReplyDeleteHUM SABHI KAHIN NAA KAHIN DOHRI HII JINDAGI JEETE HAIN,
करनी और कथनी का अंतर आज के जीवन की सबसे बड़ी बिडंबना है !
ReplyDeleteसहमत हूं आपकी बात से ... ये दोगलापन है इन्सान का ...
ReplyDeleteगाय माता को कूड़ा-कचरा खाने के लिए छोड़ देने वाले तो दोहरी मानसिकता वाले हैं ही
आदरणीया डॉ. शरद सिंह जी !
लेकिन उन्हें क्या कहा जाए जो अपनी जन्मदात्री माता को भी वृद्धावस्था में बेसहारा छोड़ देते हैं!
हार्दिक शुभकामनाओं सहित...
-राजेन्द्र स्वर्णकार