Saturday, February 1, 2025

टॉपिक एक्सपर्ट | पत्रिका | नओ बसस्टैंड आए के जो कल्लू को मोड़ा आए | डॉ (सुश्री) शरद सिंह

पत्रिका | टॉपिक एक्सपर्ट | डॉ (सुश्री) शरद सिंह | बुंदेली में
..................................
टाॅपिक एक्सपर्ट
नओ बसस्टैंड आए के जो कल्लू को मोड़ा आए?
- डॉ (सुश्री) शरद सिंह
      हमाई चिन्हारी में एक कल्लू आएं। नांव के कल्लू पर दिखात में गोरे-चिट्टे। उनके मताई-बाप ने जाने काय उनको नांव कल्लू रखो। पर इते बात कल्लू की नोंई ऊके मोड़ा की हो रई। कल्लू ज्यादा लिखे-पढ़े तो हते नईं। उनके बापराम ने उनके लाने एक किराना की दुकान खोल दई रई। दुकान हती तो संकरौंदी पर चलत्ती खूब। मगर कल्लू चात्ते के उनको मोड़ा खींबई पढ़े और बड़ो आदमी बने। कल्लू ने अपनी हैसियत से बढ़ के पइसा खरच करे औ ऊकी सबरी फरमाइशें पूरी करीं। फेर भओ का के जबे मोड़ा को कमाबे को टेम आओ तो पता परी के ऊकी मताई औ बा, दोई सल्ल बिधोन लगे। मताई बोली के हमें मोड़ा खों कमाबे के लाने बाहरे नईं भेजने औ मोड़ा कैन लगो के भले तुमने हमाए ऊपरे मुतके पईसा मिटाए मगर हमाओ काम बाहरे कोऊ खों नईं पुसा रओ, सो हम तो पलकां तोड़हें। हमसे काऊ की उम्मींद ने राखियो। औ सुनो, हमाए ब्रांडेड हुन्ना फटे जा रए सो हमें पईसा दे देओ। सो, आजकाल कल्लू अपनों मूंड़ पकर के बैठे रैत आएं। ने तो उने उगलत बन रओ औ ने निगलत बन रओ। 
      काय जेई हाल तो आए अपने नओ बसस्टैंड को। बा को ऊ टेम पे चालू कर दओ रओ जब उते ने तो पीबे को पानी रओ औ ने बैठबे खों बिरंचें। बा ने तो बस के मालकन खों पोसाओ औ ने बस के यात्रियन खों। सूनो डरो-डरो मिटो जा रओ। ऊकी दीवारें सोई फटन लगीं आएं। मनो अपनो नओ बसस्टैंड ने भओ, कल्लू को मोड़ा हो गओ। ने मिटात बन रओ, ने चलात बन रओ।
-------------------------
Thank you Patrika 🙏
Thank you Dear Reshu Jain 🙏
#टॉपिकएक्सपर्ट #डॉसुश्रीशरदसिंह #DrMissSharadSingh #पत्रिका  #patrika #rajsthanpatrika #सागर  #topicexpert #बुंदेली #बुंदेलीकॉलम