पत्रिका | टॉपिक एक्सपर्ट | डॉ (सुश्री) शरद सिंह | बुंदेली में
..................................
टाॅपिक एक्सपर्ट
सिटी बसन के लाने कछू औ बी चाऊंने
- डॉ (सुश्री) शरद सिंह
अपने शहर में सिटी बस चले से लोगों खों आबे-जाबे के लाने सस्तो साधन मिल गओ। मनो ऊ दिना हम कच्चे में बींध गए। हम ठाड़े हते मकरोनिया चौराहा पे। इत्ते में एक लोहरी सी मोड़ी आई औ मोरे हाथ पे टोहोंका मार के पूछन लगी के तिली तिगड्डा के लाने बस कां से मिलहे?
‘‘इतई से मिलहे।’’ मैंने कैने को तो कै दई, मनो फेर नजर दौड़ाई तो उते कऊं ऐसो बोर्ड लगो ना दिखानों जोन पे बसों की कोनऊं जानकारी लिखी होय।
‘‘कोन सी वारी जाहे? कित्ती देर से?’’ बा बिन्ना मोय नांय-मांय हेतर देख के पूछन लगी।
‘‘मोय पतो नइयां।’’ मैंने कई। इत्ते में बा मोड़ी की मताई आ गई और हमसे पूछन लगी, ‘‘काय आप इतई की हो?’’ मैंने कई, ‘‘हऔ!’’
‘‘फेर बी तुमे बस को पतो नईं?’’ बा मोड़ी की मताई बोली।
मोय जबाव ने सूझो। बाकी ई बात की समझ परी के जां सिटी बस को स्टाप होय उते बस को नंबर औ रुट लिखो जाओ चाइए। अब सयाने कैंहे के ऐसो तो कऊं नई लिखो जात। बाकी जे सोचबें की बात आए के सागर के आस-पास के गांवन से आए कम पढ़े या अपढ़ हरें जो पूछें सो पढ़े लिखें मानुस उनें पढ़ के बता तो सकें। मनो कोनऊं बदमासी में बा बिन्ना और ऊकी मताई को गलत बस को पता बता दे तो? उन दोई ने पढ़ी-लिखी जान के, औरत जात जान के मोपे भरोसो करो औ मैं उने कछू ने बता सकी। सो ई मामले में कछू सोचबो जरूरी आए। ढंग को स्टाप बना के एनाउंसमेंट कराओ जाए। ने तो एक चार्ट तो लगवाओ ई जाए।
-------------------------
Thank you #patrika 🙏
Thank you Dear Reshu Jain 🙏
#टॉपिकएक्सपर्ट #डॉसुश्रीशरदसिंह #DrMissSharadSingh #पत्रिका #patrika #rajsthanpatrika #सागर #topicexpert #बुंदेली #बुंदेलीकॉलम
No comments:
Post a Comment