पत्रिका | टॉपिक एक्सपर्ट | डॉ (सुश्री) शरद सिंह | बुंदेली में
..................................
टाॅपिक एक्सपर्ट
पढ़ियो, एक्जाम दइयो मनो फ्राडियन के फेर में ने परियो, सो सब अच्छो रैहे
- डॉ (सुश्री) शरद सिंह
जे सई आए के एक्जाम देबो कोनऊं खों नईं पुसात। एक्जाम के नांव से ई फुरूरी सी होत आए। फेर बी जोन पढ़ रए उनको एक्जाम सो देने ई पड़त आए, सो एक्जाम से डरने काए को? एक्जाम से डरे के बजाय अच्छो तो जे आए के अच्छे से पढ़ाई करी जाए। खुदई देख लेओ के जोन अच्छे से पढ़ाई करत आएं उने एक्जाम से डर नईं लगत। मनो कोऊ कारन से साल भरे ठीक से ने पढ़ पाए हो तो बी घबड़ाने वारी बात नईयां जित्ती तैयारी कर सकत हो सो करो औ पेपर खों समझ-समझ के तसल्ली से उत्तर देहो, सो सब बढ़िया रैहे। उतई घबड़ाए से बनो बनाओ काम सोई बिगड़ जेहै।
औ एक बात ध्यान में राखने के कोनऊं फ्राडियन के फेर में नईं पड़ने। अभईं चार दिनां पैले खबर चली रई के एक्जाम के पेपर दो-दो हजार में सोसल मीडिया पे बिक रए। तनक सोचबे की बात आए के उने कां से मिल गए बे बोर्ड एक्जाम के पेपर? का उन्ने सेट करे, के सेट करे वारे ने उने गिफ्ट कर दए? जे दोई कभऊं नईं हो सकत। सो, जे तै मानो के बे उल्लू बना रए। उने का, उने तो पईसा से मतलब आए। बे तो फर्जी पेपर थमा के गोल हो जैहें औ जो उनके फर्जी पेपर के भरोसे रैहें, बे फेल हो जैहें। सो, ई फेर में भूल के ने परियो। अपनी पढ़ाई पे भरोसो करियो। सो, का कई हमने, के पढ़ियो, एक्जाम दइयो मनो फ्राडियन के फेर में ने परियो! बाप-मताई से सोई रिक्वेस्ट आए के एक्जाम खों लेके बच्चन पे बेफालतू दबाव ने बनइयो। सो, सब अच्छो-अच्छो रैहे।
-------------------------
Thank you Patrika 🙏
Thank you Dear Reshu Jain 🙏
#टॉपिकएक्सपर्ट #डॉसुश्रीशरदसिंह #DrMissSharadSingh #पत्रिका #patrika #rajsthanpatrika #सागर #topicexpert #बुंदेली #बुंदेलीकॉलम
No comments:
Post a Comment